किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में फंसे हैं छत्तीसगढ़ के भी कई छात्र
Capital of Kyrgyzstan Bishkek: किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को कहा कि राजधानी में हालात सामान्य हो गये हैं। बिश्केक में कुछ दिन पहले भीड़ ने विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया था, जिससे वहां रह रहे भारतीय विद्यार्थियों को लेकर चिंताएं पैदा हो गईं थीं।
भारत ने पिछले सप्ताह हुई हिंसा की घटनाओं के बाद बिश्केक में अपने विद्यार्थियों को घर के अंदर रहने के लिए कहा था। वर्तमान में लगभग 17 हजार भारतीय विद्यार्थी किर्गिस्तान में हैं और उनमें से अधिकांश बिश्केक में रह रहे हैं।
भारतीय मिशन ने एक बयान में बताया कि दूतावास ने बिश्केक में विदेशी विद्यार्थियों के खिलाफ हिंसा की हालिया घटनाओं को लेकर चिंता जताई थी। हालांकि किर्गिस्तान अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई के कारण बिश्केक में स्थिति सामान्य हो गई है।
इधर बिश्केक में पढ़ाई करने लिए गए छत्तीसगढ़ के भी कई छात्र वहां फंस गए हैं। छात्रों ने अलग-अलग माध्यमों से छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की गुहार लगाई है। फंसी गौरेला पेंड्रा मरवाही की छात्रा ने अपनी जान का खतरा बताते हुए मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। छात्रा आयशा रॉय बिश्केक एमबीबीएस की पढ़ाई करने किर्गिस्तान गई हुई है। उन्होंने अपने परिजनों को बताया है कि अभी वहां की हालत बहुत ज्यादा खराब है। उनकी जान को खतरा है, उनको वहां घर से भी निकलने नहीं मिल रहा है। उन्होंने वीडियो क़े माध्यम से छत्तीसगढ़ क़े मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। वहीं जांजगीर-चांपा की छात्रा शिवानी तम्बोली से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फोन पर बात की इस दौरान छात्रा ने बताया कि जिले के 20 से ज्यादा छात्र किर्गिस्तान में फंसे हैं , इस दौरान मुख्यमंत्री ने मदद का भरोसा दिलाया।
गौरतलब है कि मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थानीय जनता और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के बीच लड़ाई का वीडियो वायरल होने के बाद से माहौल काफी बिगड़ गया था। छत्तीसगढ़ के भी कई स्टूडेंट्स वहां फंसे हुए है और अब अपने परिजनों और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
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