छत्तीसगढ़ में धान को लेकर फिर से सियासत तेज हो गई है। किसान संगठनों ने धान खरीदी को लेकर नई मांग की है। किसानों की मांग का कांग्रेस ने भी समर्थन किया है। प्रदेश की राजनीति में किसान एक प्रमुख मुद्दा है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां किसानों को साधने की कोशिश में रहती हैं।
यही कारण है कि अब धान खरीदी के समय एक बार फिर से सियासत तेज हो गई है। राज्य में धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये है किसान संगठन चाहते हैं कि इस बार धान की खरीदी 3217 रुपये में की जाए। किसान संगठनों की इस मांग का छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भी समर्थन किया है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ में धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये हैं। पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने एक एकड़ में 21 क्विटंल और 3100 रुपये में धान खरीदी का वादा किया था। राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद किसानों की धान 3100 रुपये में खरीदी गई थी। उस समय केंद्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2203 रुपये तय किया था। लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों की धान 3100 में खरीदी गई। किसानों को 897 रुपये ज्यादा मिले थे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने धान खरीदी को लेकर कहा था- “धान खरीदी के लिए हमने कमेटी बनाई है, कमेटी की रिपोर्ट का आना बाकी है। हम समय पर सबका धान खरीद लेंगे, इस साल बारिश भी अच्छी हुई है, हमें लगता है कि पिछले साल की धान खरीदी का रिकॉर्ड इस साल टूट जाएगा।”