शाहरुख खान, तापसी पन्नू और विक्की कौशल की मच अवेटेड फिल्म डंकी सिनेमाघरों तक पहुंच चुकी है। राजकुमार हिरानी की इस कॉमेडी ड्रामा को अच्छे रिव्यूज मिल रहे हैं। वहीं, रेटिंग्स के मामले में भी ये फिल्म अव्वल दर्जे के करीब है।
एनिमल देखने के बाद अगर आपका मन एक ऐसी फिल्म देखने का है, जो साउथ से प्रभावित न हो, जहां ऐसा बैकग्राउंड म्यूजिक हो, जिसे हम एन्जॉय कर पाएं। वो रोमांस हो जो हमारे चेहरे पर हल्की सी मुस्कराहट लेकर आए तो वह फिल्म अब सिनेमाघरों तक पहुंच चुकी है जी हां हम बात कर रहे हैं शाहरुख खान की फिल्म डंकी की जिसमें वही रोमांटिक शाहरुख है, जो बाहें फैलाता है और हमें फिर एक बार प्यार हो जाता है. जो हमें खूब हंसाता है साथ में बड़ा रुलाता भी है.
स्वदेश वापसी की कहानी है ‘डंकी’
ये कहानी है हार्डी (शाहरुख खान) की जो मन्नू (तापसी पन्नू) के एक फोन कॉल के बाद अपने दोस्तों को इंडिया वापस लाने दुबई जाता है, जिन्हें वो सालों पहले इंग्लैंड छोड़ आया था। कहानी फ्लैशबैक में शुरू होती है, जहां हार्डी उस महेंद्र को ढूंढ़ने पंजाब आ जाता है जिसने उसकी जान बचाई थी। महेंद्र तो नहीं मिलता लेकिन उसके बेबस परिवार से उसकी मुलाकात हो जाती है।
मन्नू उसी महेंद्र की बहन है, जो अपने परिवार को मदद करने के लिए बल्ली और बुग्गु के साथ इंग्लैंड जाना चाहती है. मन्नू के इस सपने को हार्डी अपना जुनून बना लेता है और डंकी के सहारे ये चारों नए सफर पर चल पड़ते हैं। उनका ये सफर कैसा होगा ये जानने के लिए आपको थिएटर में जाकर शाहरुख खान की फिल्म डंकी देखनी होगी।
राजकुमार हिरानी का शानदार कमबैक
संजू के बाद राजकुमार हिरानी ने शानदार कहानी के साथ कमबैक किया है. राजू हिरानी अपने फिल्मों में सभी किरदारों को न्याय देने के लिए जाने जाते हैं। जैसे पीके के सरफराज युसूफ और जगत जननी। ठीक वैसे ही डंकी में भी उन्होंने हर किरदार को बड़ी खूबसूरती के साथ पेश किया है। सिर्फ हार्डी ही नहीं मन्नू की जिद, बल्लू की मासूमियत और बुग्गु के पागलपन से हम कनेक्ट हो पाते हैं।
कॉमेडी और ड्रामा के बीच में राजकुमार हिरानी कुछ ऐसे डायलॉग शामिल करते हैं जो सीधे दिल को छू जाते है। इस कहानी में हर दिन विदेश जाने का ख्वाब देखने वालों की दास्तां, उनकी परेशानियों की सच्चाई बताना भी राजकुमार हिरानी नहीं भूले। जब हमने इंग्लैंड के कंटेनर में जाने के बाद चैन की सांस ली, तब हमें पता चला की वहां सांस लेने के लिए तो जगह ही नहीं थी जैसे कई डायलॉग बड़े भावुक कर देते हैं।
कैसी है एक्टिंग?
शाहरुख खान हमेशा की तरह इस फिल्म में भी लाजवाब नजर आए. बूढ़ा हार्डी हो, मन्नू से प्यार करने वाला हार्डी हो या फिर प्यार और देश में से देश को चुनने वाला हार्डी हो, शाहरुख का जादू हर फ्रेम में नजर आया है। एक छोटी सी शिकायत है क्लीन शेव लुक में इफेक्ट्स का इस्तेमाल करते हुए एसआरके को यंग दिखाने की कोशिश बंद होनी चाहिए। जवान में भी ये एक्सपेरिमेंट किया गया था, डंकी में भी ये कोशिश हुई है।
वहीं, पहली बार शाहरुख संग स्क्रीन शेयर कर रहीं तापसी पन्नू ने खुद को मिले इस गोल्डन चांस का खूब फायदा उठाया है। तापसी के साथ-साथ विक्रम कोचर और अनिल ग्रोवर भी बढ़िया एक्टिंग कर रहे हैं।
अच्छा है फिल्म का म्यूजिक
फिल्म का म्यूजिक अच्छा है। बैकग्राउंड स्कोर ने कहानी में चार चांद लगा दिए हैं। फिल्म में पंजाब से लेकर पाकिस्तान, टर्की और इंग्लैंड तक का दर्शन हुआ है। सीके मुरलीधरन ने अपने कैमरा से कई बेहतरीन सीन शूट किए हैं। मुरलीधरन ने पीके और 3 इडियट्स में भी राजकुमार हिरानी के साथ काम किया है। यही वजह है कि डायरेक्टर का विजन समझते हुए उन्होंने उम्दा काम किया है। टर्की के रेगिस्तान का सीन हो या फिर लंदन में डंकी मार कर हार्डी और गैंग का लंदन पहुंचना इन सीन के लिए फिल्म को पूरे मार्क्स मिलने चाहिए।