रायपुर, 27 मार्च 2025ः केंद्रीय जांच ब्यूरो-सीबीआई ने महादेव बुक ऑनलाइन सट्टा घोटाले की जांच के सिलसिले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित उनके करीबी सहयोगियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के घरों पर छापा मारा। जिन लोगों के यहां छापा मारा गया है, उनमें चार आईपीएस अधिकारी समेत सात पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
जिन आईपीएस अधिकारियों के घरों पर आज सीबीआई की टीम पहुंची, उनमें आनंद छाबड़ा, आरिफ शेख, अभिषेक पल्लव और प्रशांत अग्रवाल शामिल हैं। इसके अलावा दो एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी और संजय धु्रव समेत दो कांस्टेबलों के ठिकानों पर भी छापेमार कार्रवाई की गई। इसके अलावा सीबीआई ने विधायक देवेन्द्र यादव, पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, उनके ओएसडी रहे आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के यहां छापा मारा। साथ ही जेल में बंद सौम्या चौरसिया के यहां भी छापे की कार्रवाई की गई है।
सीबीआई द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली के साठ स्थानों पर छापेमार की कार्रवाई की है। इसमें राजनेताओं, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और मामले में शामिल अन्य निजी व्यक्तियों से जुड़े परिसर शामिल हैं। तलाशी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य पाए गए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इसके अलावा अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं। सीबीआई ने बताया कि यह मामला रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर द्वारा चलाए जा रहे ऑनलाइन सट्टा महादेव बुक से संबंधित है, जो वर्तमान में दुबई में रहते हैं। जांच से पता चला है कि प्रमोटरों ने अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर लोक सेवकों को सुरक्षा धन के रूप में बड़ी मात्रा में भुगतान किया। विज्ञप्ति में बताया गया है कि शुरू में आर्थिक अपराध शाखा-ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज किया गया, बाद में मामले को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वरिष्ठ सार्वजनिक अधिकारियों और अन्य आरोपी व्यक्तियों की भूमिका की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया था।